सब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत मेंसब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत में

सब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत में :- संस्कृत भाषा हमारे देश का गौरव ही नहीं अपितु ज्ञान-विज्ञान की जननी भी है। यह भाषा विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा है। संस्कृत भाषा को पढ़ने, समझने और जानने की रुचि भारत में ही नहीं विदेशों में भी बढ़ रही है।

भारत के साथ-साथ इंग्लैंड, जर्मनी, इटली इत्यादि बड़े-बड़े देशों में भी संस्कृत के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। आज हम पाठ-15 में सब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत में पढ़ेगें। इनका प्रयोग नित्य वाक् व्यवहार में करने से संस्कृत पढ़ने में सरलता आयेगी।

यह भी पढ़े- संस्कृत सीखें पाठ-13 | वृक्षों तथा फुलों के नाम संस्कृत में

उपदेशात्मक संस्कृत श्लोक

काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च ।
अल्पाहारी गृहत्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणम् ॥

अर्थात् विद्यार्थी में यह पांच लक्षण होने चाहिए- कौवे की तरह जानने की चेष्टा, बगुले की तरह ध्यान, कुत्ते की तरह नींद, अल्पाहारी (कम भोजन करने वाला), और गृह-त्यागी होना चाहिए।

पाठ-15

वर्तमान में संस्कृत भाषा के प्रति लोगों की रूचि धीरे-धीरे बढ़ रही है। आज हम संस्कृत भाषा सीखने हेतु पंचदश पाठ प्रारंभ कर रहे हैं जिसमें आज सब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत में जानेंगे। जिनका हम नित्य व्यवहार में प्रयोग कर सकते हैं। 

सब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत में

आइए हम भी संस्कृत भाषा को जानने का प्रयास करते हैं –

सब्जियों और मसालों के नाम
हिन्दी में
सब्जियों और मसालों के नाम
संस्कृत में

अचार
अदरक
आलू
इमली
इलायची
ककड़ी

कटहल
कत्था
कद्दू
करेला
करौंदा
कुंदरू
गाजर
गोभी
चूना
छोटी इलायची
जीरा
टमाटर
टिंडा
तोरई
दालचीनी
धनिया
नमक
नमक (सेंधा)
नमक (सांभर)
परवर
पान
पालक
पीपर
प्याज
फरासबीन
बथुवा
वैगन
वैगन (भांटा)
भिंडी
मटर
मसाला
मिर्च
मूली
लहसुन
लौंग
लौकी
शलगम
सलाद
साग
सुपारी
सेम
सोंठ
सौंफ
हल्दी
हींग

 
सन्धानम्
आर्द्रकम्
आलुः
तिन्तडीफलम्
एला
कर्कटी
पमसम्
खदिरम्
कूष्माण्डः
कारवेल्लम्
करमर्दनम्
कुन्दरुः
गुंजनम्
गोजिहा
चूर्णः
त्रिपुटा
जीरकः
रक्ताङ्गः
टिडिशः
जालिनी
दारुत्वचम्
धान्यकम्
लवणम्
सैधवम्
रोमकम्
पटोलः
ताम्बूलम्
पालकी
पिप्पली
पलाण्डुः
सुसिम्यः
वास्तुकम्
वंगनः
भण्टाकी
भिंडकः
कलायः
व्यञ्जनम्
मरीचम्
मूलकम्
लशुनम्
लवंगम्
अलाबुः
श्वेतकन्दः
शदः
शाकम्
पूगम्
सिम्बा
शुंठी
मधुरा
हरिद्रा
हिंगुः

यह संस्कृत सीखने का पंचदश पाठ है। इसका अभ्यास अधिक से अधिक करें। जितना अधिक अभ्यास रहेगा उतने ही शीघ्र संस्कृत सीख सकेगें। 

।। जयतु संस्कृतं जयतु भारतम् ।

सौजन्य- sanskritduniya.com

यह भी पढ़े- 

One thought on “संस्कृत सीखें पाठ-15 | सब्जियों और मसालों के नाम संस्कृत में | Learn Sanskrit Lesson-15 | Names of Vegetables and Spices in Sanskrit”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *