मण्डी हिमाचल प्रदेशमण्डी हिमाचल प्रदेश

मण्डी हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल | Famous religious places of Mandi Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में स्थित मंडी जिला धार्मिक व सांस्कृतिक का  केंद्र है। मंडी  जिला 15 अप्रैल 1948 को अस्तित्व में आया। मंडी जिले को छोटी काशी भी कहा जाता है।यह जिला खूबसूरत देवदार के पेड़ों और हरे भरे चाय के बागानों से घिरा हुआ लोकप्रिय पर्यटन स्थल के लिए जाना जाता है। मंडी जिले में ब्यास नदी बहती है।

मण्डी हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल में विख्यात मंदिर, झीलें, घाटियां व यहां के खूबसूरत पहाड़ यहां की संस्कृति अक्सर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। खूबसूरत हरे भरे पहाड़ों की वादियों के नजारे और प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करके आप अपना आनंददायक समय बिता  सकते हैं।

मण्डी जिले के विविध क्षेत्रों का भ्रमण गर्मी और ठंडे दोनों मौसम में किया जा सकता है। आप एक शानदार यात्रा मंडी की कर सकते है। अतः इस लेख में हम आपको मंडी के विभिन्न धार्मिक स्थल वह प्राकृतिक झीलें के बारे में बताने का प्रयास  करते हैं –

यह भी देखें- कांगड़ा हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल

कमरुनाग मन्दिर | Kamarunag temple

कमरुनाग मंडी जिले में सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा पूजा जाने वाला देवता का मंदिर है। यहां पर मंदिर के साथ  प्राकृतिक कमरुनाग झील भी स्थित है। कमरूनाग मंदिर धौलाधार रेंज और बालाघाटी क्षेत्र के अधीन आता है । इस झील में सोने चांदी जैसे आभूषण की पेशकश करने की प्राचीन परंपरा है झील के तलहटी पर अनेक आभूषण देखने को मिलते हैं।

कामरूनाग मन्दिर मण्डी
कमरूनाग मन्दिर मण्डी

प्रतिवर्ष जून जुलाई के महीने में यहां पर बहुत बड़े स्तर पर मेले का आयोजन भी होता है। लगभग हजारों की संख्या में यहां पर श्रद्धालु  पैदल यात्रा करके पहुंचते है। कुल्लू जिला के भुंतर में चित्र हवाई अड्डे से इसकी दूरी मात्र 102 किलोमीटर के लगभग है सड़क मार्ग से आने पर आप सुंदरनगर से लगभग  35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

शिकारी देवी मंदिर | Shikari Devi Temple

हिमाचल प्रदेश राज्य के मंडी जिले में लगभग 11000 फुट की ऊंचाई पर माता शिकारी देवी मंदिर स्थित है। यह  मंदिर जंजैहली घाटी में  खूबसूरत पहाड़ पर स्थित है। यह मंडी जिले का सबसे ऊंचा स्थान है। जहां से आप घाटी के मनमोहक दृश्य का आनंद भी उठा सकते हैं। शिकारी देवी मंदिर बिना छत का है। मान्यता  है कि कई बार लोगों ने छत को बनाने का काम शुरू किया लेकिन हर बार कोशिश नाकाम रही कहा जाता है कि मार्कंडेय ऋषि ने यहां पर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से ही मां दुर्गा देवी शक्ति देवी के रूप में यहां पर स्थापित हुई बाद में पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान यहां पर मंदिर का निर्माण करवाया था।

शिकारी देवी मन्दिर स्थान
शिकारी देवी मन्दिर स्थान

शिकारी मन्दिर मण्डी
शिकारी मन्दिर मण्डी

मंदिर पहुंचने के लिए आपको देवदार के घने जंगलों से होकर आना पड़ता है। अगर आप एडवेंचर की शौकीन है तो यह सफर आपको और भी रोमांचक बना देता है। यह मन्दिर मंडी जिला के नरचोक से 88 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

यह भी देखें- हिमाचल प्रदेश बिलासपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

त्रिलोकनाथ मंदिर | Triloknath Temple

त्रिलोकनाथ मंदिर भी मंडी जिला का प्रमुख मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के ठीक सामने पंचवक्त्र मंदिर भी स्थित है यह मंदिर पुरानी मंडी में स्थित है। यह मंदिर पुरातात्विक स्थल अवशेष अधिनियम 1958 के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्त्वता दी गई है। शिखर शैली में बनाया गया शिव को समर्पित यह मंदिर वहां के राजा अजबरसेन की पत्नी सुल्ताना देवी ने बनवाया था।

त्रिलोक नाथ मन्दिर मण्डी
त्रिलोक नाथ मन्दिर मण्डी

यह मंदिर पूर्ण रूप से पत्थर से बनाया गया है छोटे-छोटे देवी देवताओं के स्थल यहां पर बने हुए हैं। मंदिर की दीवारों पर अनेक चित्रों की नकाशी बहुत ही सुंदर और व्यवस्थित तरीके से की गई है। इस मंदिर की खूबसूरती बहुत से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है।

भीमा काली मंदिर | Bhima Kali Temple

भीमा काली मंदिर मंडी जिले में बहने वाली ब्यास नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर मंडी बस स्टैंड के नजदीक फयूली  नामक स्थान मे बना है। यह मंदिर काफी आकर्षक और मनमोहक है। इस मंदिर के समीप एक गार्डन भी है।

भीमा काली मन्दिर मण्डी
भीमा काली मन्दिर मण्डी

भूतनाथ मंदिर मंडी | Bhootnath Temple Mandi

भूतनाथ मंदिर मंडी  में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। शास्त्रों में कहा गया है कलयुग में मोक्ष प्राप्ति के लिए जनमानस के लिए  एक ही साधन होगा वह है भक्ति। भक्ति के लिए मंदिरों और धार्मिक स्थलों का निर्माण करवाया। मंदिरों में बैठकर वह एकाग्र मन से शांतिपूर्ण वातावरण मे  प्रभु की आराधना कर सकता है।

भूतनाथ मन्दिर मण्डी
भूतनाथ मन्दिर मण्डी

प्रदेश के मंडी जिले में निर्मित मंडी नगर के मध्य में स्थित भगवान शिव को समर्पित इस क्षेत्र का प्राचीनतम मंदिर है। मंदिर के गर्भ गृह में एक शिवलिंग स्थापित है। नागर शैली में मंदिर का निर्माण किया गया है। मंदिर के भवन का निर्माण बड़े बड़े पत्थर की शिलाओं को काटकर किया गया है। मंदिर के अग्रभाग में चकोर आकार का प्रांगण है। यह मंदिर मुख्य मंदिरों से जुड़ा है इस मंदिर का निर्माण उस समय के राजा अजबर  सेन सन 1527  में करवाया था। देश-विदेश के तीर्थयात्री यहां पर आते रहते हैं । मंडी बस अड्डे से इसकी दूरी मात्र 1.5 किलोमीटर है।

यह भी देखे्ं- चम्बा हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

रिवालसर झील तीर्थ स्थल | Rivalsar Lake Tirth Sathal

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में रिवालसर झील धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से प्रसिद्ध है। इस झील को तैरते टापू  की झील भी कहते है। हिमाचल प्रदेश का गौरव बढ़ाने के लिए अनेक जिलों में से रिवालसर झील भी अपना स्थान रखती है। घने पेड़ों और ऊंचे पहाड़ों के बीच रिवालसर झील प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र है।

रिवाल्सर झील मण्डी हि.प्र.
रिवाल्सर झील मण्डी हि.प्र.

यह झील समुद्र तल से लगभग 360 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। झील के किनारे कुछ मुख्य रूप से पूजनीय स्थल है जो हिंदू, बौद्ध और सिखों  के लिए पवित्र है। यह मन्दिर गुरु पद्मसंभव की साधना स्थली मानी जाती है। यह मंडी बस अड्डे से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर है।

यह भी देखें- 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *