शास्त्री छंटनी परीक्षा 2020 उत्तरमाला
शास्त्री भर्ती परीक्षा-2020
पोस्ट कोड- 813
(Unofficial Shastri Comm.. Answer Key 2020)
यह भी पढ़े- जन्मदिन की बधाई संस्कृत में | Birthday wishes message in sanskrit
1. महर्षि व्यास ने अपने किस शिष्य को ऋग्वेद का ज्ञान दिया था- पैल
2. शाकल शाखा का संबंध किस वेद से है- इनमें से कोई नहीं
3. वाजस्नेयी संहिता किस वेद का दूसरा नाम है- शुक्ल यजुर्वेद
4. माध्यन्दिन शाखा का संबंध किस वेद से है- शुक्ल यजुर्वेद
5. तेन त्यक्तेन भंजीथा…… किस उपनिषद ग्रंथ से है- ईशावास्योपनिषद्
6. यज्ञ में होने वाली संभावित भूलो का परिमार्जन किस ऋत्विज का दायित्व होता है- ब्रह्मा
7. वैशंपायन ने क्रुद्ध होकर अपने किस शिष्य को स्वप्रदत्त ज्ञान वापस करने का आदेश दिया था- याज्ञवल्क्य
8. राणायनीय शाखा किस वेद से संबंध रखती है- सामवेद
9. वेद परुष का नेत्र किस वेदांग को कहा गया है- ज्योतिष
10. वेद में निहित कर्मों को क्रम पूर्वक व्यवस्थित करने वाले सूत्र ग्रंथ निम्न में कौन से हैं- कल्पसूत्र
11. बौधायन श्रोत्रसूत्र का संबंध किस वेद से है- कृष्ण यजुर्वेद
12. उदगीथ की व्याख्या करने वाले उपनिषद ग्रंथ का क्या नाम है- छान्दोग्योपनिषद्
13. यज्ञ वेदी के निर्माण की रीति का वर्णन किस ग्रंथ में मिलता है- शुल्वसूत्र
14. मनुष्य और देवताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले देव कौन है- अग्नि
15. वेदों के कठिन शब्दों की व्याख्या करने वाला ग्रंथ निम्न में कौन सा है- निघन्टु
16. सत्यमेव जयते वाक्यांश का उल्लेख कहां मिलता है – मुण्डकोपनिषद्
17. छंद सूत्र के प्रणेता कौन है- पिंगल
18. ‘एकं सद् विप्रा बहुधा वदंति’ का उल्लेख कहां मिलता है- ऋग्वेद
19.”माता पृथ्वी पुत्रोऽहम् पृथिव्या:” कथन किस वेद में मिलता है- अथर्ववेद
20.देवों के वैद्य किसे कहा गया है- अश्विनी कुमार
21. जायते अस्ति आदि भाव विकारों का सिद्धांत किसने दिया है- वार्ष्यायणी
22 इव, न, किल, अपि आदि क्या कहलाते हैं- निपात
23. ह्रस्वस्याs वर्णस्य प्रयोगे सम्वृतम् इस नियम से ह्रस्व अ की प्रयोगावस्था है- कृष्ण
24.’व’ वर्ण है- अन्तस्थ
25.ऋषिर्वदति किस संधि का रूप है- विसर्ग सन्धि
26.वाच शब्द का सप्तमी विभक्ति के एकवचन में रूप बनता है – इनमें से कोई नहीं
27.’पत्रमध्यापयेद भवान’ वाक्य में विधिलिंग का विधान किस अर्थ में किया गया है- निमन्त्रण
28. ‘हेतुहेतुमद्भाव’ की प्रतीति होने पर किस लकार का प्रयोग होता है – लृङ
29. क्रिया की सिद्धि में प्रकृष्ट रूप से उपकारक कारक को क्या कहते हैं- करण
30. कारकीय नियमानुसार शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए – स तंडुलानोदनं पचति
31. कारकीय नियमानसार शदध वाक्य का चयन कीजिए – नृपः शत्रुमभिक्रुध्यति
32. उपकुम्भम् समस्त पद में कौन सा समास है – अव्ययीभाव समास
33. पंचपुली किस समास का समस्त पद है – द्विगु
34. चित्रग समस्त पद में समास है- बहुब्रीहि
35. किन गणों की धातुओं के साथ विकरण का प्रयोग नहीं होता- अदादि-जुहोत्यादि
36.दद्वः धातु का यह रूप किस लकार में है- लट्लकार
37.ईजिम धातु रूप किस धातु से संबंधित है- यज
38. निम्न में से सतसंज्ञक प्रत्यय है- शत-शान
कर’ ‘पढ़ पढ़ कर’ इस भाव को प्रकट करने के लिए किस प्रत्यय का प्रयोग होता है- ण्मुल
40. “त्वदीयः” में किस तदधित प्रत्यय का प्रयोग हआ है – छ
41.कृष्ण इव आचरति इति कृष्णति मैं किस नाम धातु का प्रयोग हआ है – क्विप
42. धातु में एकाच और आदि हल का होना किस प्रत्यय के लिए आवश्यक है – यंग
43.क्रियासमभिहार किसे कहते हैं- क्रिया का बार बार होना
44. नमयति रुप है – णिजन्त
45.स माम् कथयति का कर्मवाच्य रूप है – तेन अहं कथ्यते
46. पाणिनीय शिक्षा स्वरों की संख्या कितनी है- 21
47. पाणिनीय शिक्षा के अनुसार उदात्त स्वरों का उच्चारण करते हुए हाथ कहां रखना
चाहिए- कर्णमूलक
48. मरणमेवापवर्ग: किस दर्शन की मान्यता है – चार्वाक
49. चार आर्य सत्य की अवधारणा किस दर्शन में मिलती है – बौद्ध दर्शन
50. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे – ऋषभदेव
51. यतो—————- श्रेयससिदधि स: धर्म किस दर्शन का कथन है – वैशेषिक
52.यत्रावयवधारा विश्रान्ति स परमाण यह परिभाषा उपलब्ध होती है – कणादगौतमीयम्
53. गगनारविंद सुरभि: मैं कौन सा हेत्वाभास है – आश्रयासिद्ध
54.. प्रमाण के द्वारा पदार्थों का निरूपण किस दर्शन में होता है – न्याय
55. पंचावयव वाक्यों की अवधारणा किस दर्शन में हुई है – वैशेषिक दर्शन
56.दुःखत्रया भिघातजिज्ञासा का संबंध किस दर्शन से है – सांख्य
57. तीन गुणों की साम्यावस्था क्या कहलाती है- प्रकृति
58. योग दर्शन के अनुसार शक्ति में रजत का ज्ञान क्या कहलाता है – विपर्यय
59. किस दर्शन में कर्म की महिमा का प्रतिपादन किया गया है- मीमांसा
60.वेदांतसार के अनुसार तितिक्षा का अर्थ है – शीतोष्ण आदि द्वन्दों को सहन करना
61. पंचीकरण सिदधांत किस दर्शन से संबंध रखता है- वेदान्त
62. निम्न में से किस की गणना अनबंधचतुष्टय में नहीं होती- समन्वय
63. निम्न में से किस की गणना महापुराणों में नहीं होती – आदित्य
64. निम्न में से कौन सा कांड रामायण में नहीं है – शबरी
65. क्रौंच वध की घटना किस नदी के तट पर हई थी – तमसा
66. रामायण के अनुसार दशरथ के पुत्रेष्टि यज्ञ में प्रोहित कौन था – ऋषि शृंग
67. निम्न में से कौन सा पर्व महाभारत में नहीं है- कीचक
68. पांडव पुत्रों के वध की घटना किस पर में वर्णित है- सौप्तिक पर्व
69. ख्यान महाभारत के किस पर्व में वर्णित है- आदिपर्व
70. महर्षि वाल्मीकि लौकिक संस्कृत के किस छंद के आविष्कारक माने जाते हैं – अनुष्टुप
71. निम्न में से दीपशिखा की उपाधि से अलंकृत कवि है – कालिदास
72. सौंदरानंद महाकाव्य के रचनाकार है – अश्वघोष
73. विद्वदौषधम् किस काव्य ग्रंथ को कहा गया है – नैषधीयचरित
74. किस कवि की वाणी को नारिकेलफलसम्मित कहा गया है- भारवि
75. हरविजय महाकाव्य के रचयिता है – रत्नाकर
76. किस कवि ने बौदध दर्शन के प्रचार के लिए काव्य ग्रंथों की रचना की है – अश्वघोष
77. निम्न में से गीतिकाव्य है – मेघदूत
78. मेघदूत में वर्णित है – अलकापुरी
79. व्रजन्ति ते——-ये न मायिन: किरा यम में यह किसका कथन है – द्रौपदी
80. यजुर्वेद से किस नाटकीय तत्व को ग्रहण किया गया है – अभिनय
81. भास के त्रयोदश नाटकों के खोजकर्ता है – टी गणपति शास्त्री
82. भास के नाटक किस राज्य में मिले थे – केरल
83. गीत गोविंद के प्रणेता है – जयदेव
84. कर्पूर मंजरी है – सटक
85.शकुंतला के विपरीत भाग्य को शांत करने के लिए महर्षि कहां जाते हैं – सोमतीर्थ
86. या स्रष्टु: सृष्टिराद्या मैं विधाता की आद्या सृष्टि है – जल
87.इयमधिकमनोज्ञा वल्कलेनापि तन्वी किस के विषय में कहा गया है- शकुन्तला
88. दुष्यंत के पुत्र का प्रथम नाम क्या था – भरत
89. मिट्टी की गाड़ी शीर्षक से किस रूप की रचना की गई है- मृच्छकटिक
90. स्वप्नवासवदत्तम् मैं स्वप्न दर्शन की घटना किस अंक में घटित होती है – पंचम
91 चित्र दर्शन अंक किस नाटक से संबंधित है- उत्तररामचरित
92. वेणीसंहार नाटक के प्रणेता कौन है – भट्टनारायण
93. निम्न में से नायिका रहित नाटक है – मुद्राराक्षस
94. महाश्वेता नामक पात्र का चित्रण किस ग्रंथ में मिलता है- कादम्बरी
95. शकनासोपदेश में वर्णित 4 अनर्थ में किस की गणना नहीं होती – पटुत्व
96.शुकनासोपदेश के अनुसार अजल स्नान क्या है- गुरूपदेश
97. कथासरित्सागर के लेखक कौन है – सोमदेव
98. लब्ध प्रणाश का संबंध है- पंचतन्त्र
99. आचार्य विश्वनाथ ने किस के काव्य लक्षण का खंडन किया है – मम्मट
100 काव्यप्रकाश के अनुसार नियतिकृतनियमरहिता है- कविसृष्टि
101 कवित्वबीजरूपसंस्कारविशेष: किसे कहा गया है – प्रतिभा
102 गंगायाम् घोष: शीतत्व और पावनत्व का बोध कराने वाली शब्द शक्ति है- व्यंजना
103 अजहत्त्स्वार्था निम्न में किसे कहते हैं – उपादान लक्षणा
104 आयुघृतम् किस शब्द शक्ति का दयोतक है- शुद्धा सारोपा
105. उपमान उपमेय एवं उनके साधारण धर्मों का बिंब प्रतिबिंब भाव से वर्णन- दृष्टान्त
106 उपमेय का निषेध करके उपमान की स्थापना को कहते हैं – अपह्नुति
107 यदि तौ जगौग: किस छंद का लक्षण है – इन्द्रवज्रा
108 आदि गुरु होता है – भगण
109 वीभत्स रस का स्थाई भाव क्या है – जुगुप्सा
110 प्रकरी क्या है – अर्थप्रकृति
111नाटक के अंत में राष्ट्र कल्याण की कामना से प्रयुक्त किया जाने वाला पदय – भरत वाक्य
112 कुंडली में पंचम भाव का संबंध होता है – पुत्र
113 कुंडली में त्रिकोण संज्ञक स्थान होता है- नवम
114 निम्न में ईशान दिशा का स्वामी है – गुरु
115 चतुर्युग में कितने दिव्य वर्ष होते हैं – बारह हजार
116 वेद अध्ययन की समाप्ति पर छात्र की घर वापसी के अवसर पर किए जाने वाला संस्कार है – समावर्तन
117 छल से अपहृत कन्या से किया जाने वाला विवाह कहलाता है- पैशाच
118 श्रीमद्भगवद्गीता का कौनसा अध्याय कर्म योग कहलाता है – तृतीय
119 योगक्षेमं वहाम्यहम् निम्न में किसका ध्येय वाक्य है – भारतीय जीवन बीमा निगम
120 गायत्री मंत्र का संबंध किस देवता से है- सविता
शास्त्री कमीशन 2020 प्रश्न पत्र
यह भी पढ़े-
- संस्कृत सूक्तियाँ, भाग-14 | Sanskrit Suktiyan (Proverb) Part-14
- जन्मकुण्डली से जानें संतान प्राप्ति के योग
- मंगलदोष के परिहार एवं उपाय| Mangal dosh ke upay