हनुमान जयन्तीहनुमान जयन्ती

आज है हनुमान जयंती तथा चैत्र पूर्णिमा | Today is Hanuman Jayani : श्री राम परम भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव आज चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा मंगलवार को मनाया जा रहा है। हनुमान जी के जन्मोत्सव को हनुमान जयंती के रूप में जाना जाता है। जयंती के दिन विशेष रुप से हनुमान जी की पूजा अर्चना तथा उपासना की जाती है। शास्त्रों में वर्णित मान्यता अनुसार हनुमान जी की पूजा अर्चना करने पर मानव जीवन में आने वाली बाधाओं से बचा जा सकता है।

हनुमान जयंती इस वर्ष 27 अप्रैल 2021 मंगलवार को आ रही है। हनुमान भक्त इनके जन्मोत्सव को पूर्ण हर्ष उल्लास तथा भक्ति पूर्ण भाव के साथ मना रहे हैं। आज के दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना करने पर कईं प्रकार की बाधाओं का नाश होता है जैसा कि तुलसीदास जी ने भी कहा है –

संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जानें, हनुमान जी की पूजा अर्चना कैसे करें?


हनुमान जी की पूजा अर्चना करने के लिए वैसे तू संपूर्ण दिन की शुभ है। परंतु विशेष रुप से दिन में कुछ समय ऐसा होता है जिसे पूजा के लिए विशेष रूप से शास्त्रों में मानयता प्राप्त है। हनुमान जी की पूजा अर्चना आज के दिन अभिजीत मुहूर्त में करना बहुत ज्यादा लाभकारी एवं शुभकारी मना जाता है।

हनुमान जी की पूजा करते समय उत्तर-पूर्व की और बैठकर , चौकी लगाकर उस पर हनुमान जी के चित्र के साथ भगवान श्री रामचंद्र जी का चित्र स्थापित कर प्रश्न्नता पूर्वक भक्तिभाव से पूजा अर्चना करनी चाहिए। हनुमान जी के लिए लाल फूल अथवा केसरी फूल, भगवान श्री राम जी के लिए पीले रंग के फूल चढ़ाने चाहिए। प्रसाद अथवा भोग के रूप में लाल अथवा केसरी रंग के लड्डूओं के साथ तुलसी भी अर्पित करनी चाहिए। पूजा अर्चना करते समय हनुमान जी के मंत्र उच्चारण करने से पूर्व भगवान श्री राम जी के मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। क्योंकि हनुमान जी श्री रामचंद्र के परम भक्त माने जाते हैं अतः भगवान रामचंद्र जी की पूजा पहले करनी चाहिए ।

भगवान श्री रामचंद्र जी की पूजा अर्चना करने के लिए राम रामाय नमः मन्त्र का जाप कर सकते हैं। उसके बाद ही हनुमान जी के मंत्र का उच्चारण हम ऊंं हनुमते नमः मन्त्र का जाप करना विशेष रुप से लाभकारी सिद्ध होगा। साथ ही विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से ग्रहों की क्रुरता भी शान्त होती है।

आज के शुभ मुहूर्त

हनुमान जी की पूजा अर्चना आज के निम्न शुभमुहूर्तों में करना ज्यादा श्रेयस्कर रहेगा-

चैत्र पूर्णिमा मंगलवार, 27 अप्रैल, 2021 को
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – 26 अप्रैल, 2021 को 12:44 pm
पूर्णिमा तिथि समाप्त – 27 अप्रैल, 2021 को 09:01 am

अभिजित मुहूर्त- 27 अप्रैल, 2021 को 11:52 am से 12:47 pm तक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *