डॉ. गौरव शर्मा, सांसद न्यूजीलैंड
भारतीय मूल के गौरव शर्मा ने न्यूजीलैंड संसद में बतौर सांसद संस्कृत में ली शपथ:- मूल के गौरव शर्मा न्यूजीलैंड में बने पहले भारतीय सांसद हैं। जिन्होंने हाल ही मैं न्यूजीलैंड में हुए चुनावों में लेबर पार्टी से जोरदार जीत दर्ज की है। आज हुए शपथ समारोह में गौरव शर्मा ने संस्कृत में शपथ लेकर भारत का ही नहीं अपितु अपनी मातृभाषा के प्रति अपने समर्पण का भी परिचय दिया।
गौरव शर्मा हैं हिमाचल के मूल निवासी
गौरव शर्मा मूलतः हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर तहसील गलोड़, पंचायत हटेड़ा के मूल निवासी हैं। जो कि 1996 में अपने पिताजी के साथ न्यूजीलैंड में बस गए। और उससे आगे की पढ़ाई उन्होंने वहीं से पूरी की। गौरव शर्मा पेशे से डॉक्टर हैं।
हिमाचल व भारत का गौरव बढाने वाले श्री गौरव शर्मा जी ने न्यूजीलेन्ड की संसद मे आज सुबह भारतीय दिनांक 25 नवम्बर 2020 को मातृभाषा संस्कृत मे शपथ ग्रहण कर अपनी भारतीय परम्परा तथा अपनी जड़ो से जुड़े रहने का परिचय दिया। इनका +2 तक की शिक्षा जिला हमीरपुर के भोरंज स्कूल से हुई।
संस्कृत के विद्वानों ने किया संस्कृत मे शपथ लेने में सहयोग
मातृभाषा संस्कृत मे शपथ ग्रहण के लिए हमारे राज्य परियोजना अधिकारी श्रीमान शक्ति भूषण सूद, जिला शिमला तथा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर के शिक्षा शास्त्र विभाग के डॉ मुकेश शर्मा एवं डॉ ज्ञानेश्वर जी संस्कृत कोलेज सुन्दरनगर साथ ही डिजिटलाईजेशन ऑफ स्कूलज प्रोजेक्ट हि0प्र0 के साझा प्रयास से गौरव शर्मा को संस्कृत मे शपथ दिलाने में अपना सहयोग दिया। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर कांगड़ा के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मी निवास पांडेय जी ने डॉ मुकेश के इस सहयोग कार्य की सराहना की और डॉ गौरव शर्मा को भी बधाई दी।
वसुधैव कुटुम्बकम् का परियचय देते हुए गौरव शर्मा न्यूजीलैंड की धरती को अपना मान कर, वहां के विकास कार्यों में योगदान देने की दृष्टि से पहली बार सांसद चूनकर संसद पहुंचे हैं।
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।। जयतु संस्कृतं जयतु भारतम् ।।
सौजन्य- sanskritduniya.com
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